Bishnoi Community in Rajasthan and 29 Rules: बिश्नोई एक हिन्दू धर्म का पंथ है
|बिश्नोई दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है - बीस +नो यानि जो उनतीस नियमो का
पालन करता है | गुरु जम्भेश्वर भगवान् को बिश्नोई पंथ का संस्थापक माना
जाता है |
बिश्नोई पंथ के 29 नियम निम्न है:
1. तिस दिन सूतक
2.पञ्च दिन का रज्सवला
3.सुबह स्नान करना
4.शील,संतोष ,सूचि रखना
5.प्राते:,शाम संध्या करना
6.साँझ आरती विष्णु गुण गाना
7.प्राते:कल हवन करना
8.पानी छान कर पीना व वाणी शुद बोलना
9.इंधन बीनकर व दूध छानकर पीना
10.क्षमा सहनशीलता रखे
11.दया-नम्र भाव से रहे
12.चोरी नहीं करनी
13.निंदा नहीं करनी
14.झूठ नहीं बोलना
15.वाद विवाद नहीं करना
16.अमावस्या का व्रत रखना
17.भजन विष्णु का करना
18.प्राणी मात्र पर दया रखना
19.हरे वृक्ष नहीं काटना
20.अजर को जरना
21.अपने हाथ से रसोई पकाना
22.थाट अमर रखना
23.बैल को बंधिया न करना
24.अमल नहीं खाना
25.तम्बाको नहीं खाना व पीना
26.भांग नहीं पीना
27.मदपान नहीं करना
28.मांस नहीं खाना
29.नीले वस्त्र नहीं धारण करना
Bishnoi / Vishnoi Community in Rajasthan as Animal Lover & Protector of Wildlife in Western Rajasthan in Pics, Photos:
बिश्नोई पंथ के 29 नियम निम्न है:
1. तिस दिन सूतक
2.पञ्च दिन का रज्सवला
3.सुबह स्नान करना
4.शील,संतोष ,सूचि रखना
5.प्राते:,शाम संध्या करना
6.साँझ आरती विष्णु गुण गाना
7.प्राते:कल हवन करना
8.पानी छान कर पीना व वाणी शुद बोलना
9.इंधन बीनकर व दूध छानकर पीना
10.क्षमा सहनशीलता रखे
11.दया-नम्र भाव से रहे
12.चोरी नहीं करनी
13.निंदा नहीं करनी
14.झूठ नहीं बोलना
15.वाद विवाद नहीं करना
16.अमावस्या का व्रत रखना
17.भजन विष्णु का करना
18.प्राणी मात्र पर दया रखना
19.हरे वृक्ष नहीं काटना
20.अजर को जरना
21.अपने हाथ से रसोई पकाना
22.थाट अमर रखना
23.बैल को बंधिया न करना
24.अमल नहीं खाना
25.तम्बाको नहीं खाना व पीना
26.भांग नहीं पीना
27.मदपान नहीं करना
28.मांस नहीं खाना
29.नीले वस्त्र नहीं धारण करना
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