जयपुर प्रजामण्डल (1931) Jaipur Prajamandal:
- 1931 ई॰ मे कपूरचन्द पाटनी ने जयपुर प्रजामण्डल का गठन किया था। यह राजस्थान का प्रथम प्रजामण्डल था।
- सन् 1936 में जयपुर राज्य प्रजा मण्डल का पुनगर्ठन हुआ। इस कार्य के लिए वनस्थली से हीरालाल शास्री को आमन्त्रित किया गया और उन्हें प्रजा मण्डल का प्रधानमंत्री बनाया गया। प्रजामण्डल के सभापति सुप्रसिद्ध एडवोकेट श्री चिरंजीलाल मिश्र बनाए गये।
- 1938 में प्रजा मण्डल का पहला अधिवेशन जयपुर में हुआ। इसके अध्यथ सेठ जमनालाल बजाज थे।
- 1940 ई॰मे हीरालाल शास्त्री जयपुर प्रजामण्डल के अध्य्क्ष बने थे।
- 1942 ई॰मे भारत छोङो आँदोलन के समय जयपुर के प्रधानमँत्री मिर्जा इस्माइल ने हीरालाल शास्त्री के साथ "जैन्टलमैन एग्रीमेन्ट"किया था। जिसके अनुसार जयपुर प्रजामण्डल के सदस्यो ने भारत छोङो आँदोलन मे भाग नहीँ लिया परँतु जो सदस्य भाग लेना चाहते थे उन्होने बाबा हरिश्चन्द्र के नेत्रत्व मे "आजाद मोर्चे"का गठन करके भाग लिया था।
- 1944 ई॰मे जानकी लाल बजाज ने जयपुर प्रजामण्डल की अध्य्क्षता की थी
- 15 मई, 1946 को प्रजामण्डल के प्रतिनिधि के रुप में देवी शंकर तिवारी को मंत्रिमंडल में सम्मिलित किया गया। 27 मार्च, 1947 को नया मंत्रिमंडल बना, जिसमें 7 सदस्यों में से 4 सदस्य प्रजामण्डल के व 2 जागीरदार वर्ग के थे।
- नवम्बर, 1948 में जयपुर महाराजा राजस्थान में मिलने को सहमत हो गये, जिसकी राजधानी जयपुर व महाराजा राज प्रमुख बने। श्री हीरालाल शास्री पुनर्गठित राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए।
- अप्रैल, 1949 को जयपुर राजस्थान का एक अंग बन गया।
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