राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर । NRCC, Jorbeer (Bikaner)

राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र or केन्द्रीय ऊँट अनुसंधान संस्थान, बीकानेर । National Research Centre on Camel (NRCC), Jorbeer, Bikaner: राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र बीकानेर में है। रेगिस्तानी इलाकों के सामाजिक में ऊँटों के महत्व को देखते हुए भारत सरकार ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अधीन बीकानेर में ऊंट परियोजना निदेशालय की स्थाापना 5 जुलाई, 1984 को की थी। यह केन्द्र बीकानेर से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर जोड़बीड़ क्षेत्र में स्थित है जिसे 20 सितम्बर, 1995 को क्रमोन्नत कर "राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र" का नाम दिया गया है। भारत में एक कूबड़ीय ऊँटों की संख्या लगभग 5 लाख है जो मुख्य तया भारत के राजस्थान, गुजरात एवं हरियाणा में पाए जाते हैं। राष्ट्री्य उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र एक कूबड़ वाले ऊँटों पर आधारभूत एवं व्यापवहारिक अनुसंधान के साथ-साथ लद्दाख की नूब्रा घाटी के ठंडे रेगिस्तान में पाए जाने वाले दो कुबड़ीय ऊँटों पर भी अनुसंधान हेतु ध्यान केन्द्रित कर रहा है। विगत 24 वर्षों में अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं एवं आधारभूत सुविधाओं के विकसित होने से यह ऊँटों पर अनुसंधान करने वाला विश्व का अग्रणी संस्थान बन गया है। 
राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर के प्रमुख कार्य हैं :
  • ऊँटों में सुधार एवं विकास हेतु आधारभूत व प्रायोगिक अनुसंधान करना।
  • ऊँट अनुसंधान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग व नेतृत्व प्रदान करना एवं राष्ट्रीय सूचना-संग्रहक के रूप में कार्य करना।
  • उष्ट्र अनुसंधान एवं विकास हेतु राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग करना। 
Objectives of National Research Centre on Camel (NRCC), Jorbeer:
  • To carryout basic and applied research on camel production and health as influenced by different farming practices.
  • To carryout base line survey of camel genetic resources in India.
  • To carryout research on draughtability.
  • To carryout research on milk production potential in camel.
  • To carryout research for improving reproductive performance.
  • To carryout research on management of camel diseases through surveillance, monitoring and control measures.
  • To carryout research for enhancing productivity by nutritional intervention.
  • To carryout research for exploring camel immune system and its applicability in the diagnosis and therapy of human diseases.
  • Technology validation and its impact on socio-economic status of camel keepers.
  • To act as a repository of information on camel research and development.
  • To collaborate with national and international resources.
  • Development of human resource in the area of camel health and husbandry.
राजस्थान "सामान्य-ज्ञान" के सम्पूर्ण नोट्स, समसामयिकी एवं टेस्ट अब मोबाइल एप्प पर भी उपलब्ध है।  "राजस्थान GK" फ्री एप्प डाउनलोड करें:  http://tinyurl.com/rajasthangk
- राजस्थान के प्रमुख अनुसंधान केंद्र
  

No comments:

Post a Comment