नारेली जैन मंदिर तीर्थ अजमेर | NARELI JAIN MANDIR AJMER
NARELI JAIN MANDIR AJMER |
आज हम आपको लेकर आए हैं नारेली जैन तीर्थ, अजमेर । अजमेर शहर से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नारेली जैन मंदिर, दिगंबर जैन धर्म का एक पवित्र तीर्थ स्थल है ।
नारेली जैन तीर्थ अजमेर वीडियो लिंक
गुरु आदिनाथ जी को
समर्पित यह तीर्थ, पूज्य
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य श्री सुधासागर जी महाराज, की पावन
प्रेरणा एवं आशीर्वाद व सानिध्य में 30 जून, 1995 को 327 बीघा के एक विशाल भूखण्ड
में श्री दिगंबर जैन ज्ञानोदय तीर्थक्षेत्र के नाम से स्थापना की गई । यह ‘ज्ञानोदय’
तीर्थ नामकरण श्री ज्ञानसागरजी महाराज के नाम पर रखा गया था ।
वर्ष 1997 में प्रथम
वर्षायोग में 39 प्रकार के कार्यक्रमों का शिलान्यास हुआ जिसमें नाभिस्थल, 24 टन की
अष्टधातु की 3 अलौकिक, खड्गासन प्रतिमाएँ, मंदिर निर्माण के पूर्व मूल स्थान पर
विराजमान कर दी गयी ।
संगमरमर के पत्थर से निर्मित नारेली जैन तीर्थ अपनी वास्तुकला और
पत्थर की बारीक नक्काशी के
लिए पर्यटकों और श्रद्धालुओं के बीच लोकप्रिय हुआ
है जो पारंपरिक और समकालीन दोनों स्वरूप का सम्मिश्रण है । पूर्णरूपेण पत्थर से निर्मित यह मंदिर अपने चारों ओर सुंदर आकार
के बगीचों से सुसज्जित है ।
NH 8 पर स्थित
नारेली जैन तीर्थ के प्रवेश द्वार में घुसते ही भव्य मुख्य मंदिर दिखाई दे जाता है,
मंदिर की पहली मंजिल पर गुरु आदिनाथ जी की 22 फीट ऊंची विशाल मूर्ति
है । जबकि पहाड़ियों पर अन्य तीर्थंकर के 24 लघु मंदिर हैं, जो
दूर से ही दिखाई दे जाते है, इनका निर्माण अरावली पर्वतमाला की
पहाड़ी पर आरके मार्बल्स के मालिक अशोक पाटनी द्वारा करवाया गया है ।
NARELI JAIN TIRTH AJMER |
नारेली जैन तीर्थ अपनी
वास्तुकला और शहर भागदौड़ से दूर पहाड़ियों की प्राकृतिक सुंदरता के शौकीन
पर्यटकों के लिए,
राजस्थान के सबसे आकर्षक जैन मंदिरों में से एक है ।
नारेली जैन तीर्थ अजमेर वीडियो लिंक
यह तीर्थ क्षेत्र स्थानीय लोगो के अनुसार इच्छाओं को पूरा
करने और जीवन में समृद्धि लाने के लिए जाना जाता है । यह तीर्थ क्षेत्र यात्रियों और भक्तों को प्रतिदिन अपनी ओर आकर्षित करता है और यह राजस्थान के मुख्य धार्मिक और आध्यात्मिक स्थानों में
से एक बन गया है ।
NARELI JAIN MANDIR AJMER |
नारेली जैन तीर्थ स्थल दर्शन
का समय सुबह 6.30 बजे से शाम 8 बजे तक है,
जबकि आरती का समय सुबह
8.30 तथा शाम को
सूर्यास्त से 15 मिनिट पहले का है ।
यहां प्रवेश के लिए प्रवेश
शुल्क भारतीय नागरिकों के लिए फ्री है जबकि विदेशियों के लिए 10 रूपये का टिकिट रखा
गया है ।
यहां प्रति वर्ष आश्विन
माह में पदयात्रा एवं कलशाभिषेक का भव्य आयोजन किया जाता है ।
यदि आप भी नारेली जैन तीर्थ स्थल की यात्रा करना चाहते हैं तो सड़क मार्ग से
नरेली मंदिर, अजमेर शहर से लगभग 8 किमी की दूरी पर, जबकि जयपुर ब्यावर राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 8 पर स्थित है ।
अजमेर और आसपास के शहरों से ऑटो और टैक्सी आसानी से उपलब्ध हो जाते है ।
ट्रेन से यात्रा करने वालो के लिए अजमेर जंक्शन या मदार इस मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन है । जहां से टैक्सी या टेम्पो उपलब्ध है ।
हवाई यात्रा के लिए
किशनगढ़ हवाई अड्डा इस मंदिर का सबसे निकटतम हवाई अड्डा है जो
लगभग 20 किमी की दूरी पर स्थित है ।
NARELI JAIN MANDIR AJMER |
तो चलिए वापसी करते हैं, जल्दी ही इसी तरह के किसी नई पोस्ट के साथ लौटेंगे । धन्यवाद 🙏🙏
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