धानेश्वर तीर्थ फुलिया कलां | छोटा पुष्कर धाम | DHANESHWAR DHAM | CHHOTA PUSHKAR
DHANESHWAR TIRTH |
आज हम आपको लेकर आए हैं छोटा पुष्कर के नाम से विख्यात धानेश्वर तीर्थ, फुलिया कलां । वर्तमान में भिलवाड़ा जिले में मौजूद यह तीर्थ केकड़ी से मात्र 25 किलोमीटर की दूरी पर खारी नदी, मानसी नदी और रामनाले के त्रिवेणी संगम पर धानेश्वर तीर्थ स्थल मौजूद है, यहां छोटे बड़े 50 से ज्यादा मंदिर मौजूद है इसी कारण इसे छोटा पुष्कर के नाम से जाना जाता है ।
धानेश्वर गांव में कोई घर नहीं है, यहां केवल मंदिर और धर्मशालाएं मौजूद हैं, इसलिए इसे मन्दिरों का गांव भी कहा जाता है । नजदीकी गांव फुलिया कलां यहां से 5 किलोमिटर की दूरी पर स्थित है ।
खारी, मानसी और राम नाले का त्रिवेणी संगम होने तथा आसपास प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण इस स्थल को तपस्या के लिए को उचित मानकर दशकों पहले बाबा नारायणदास महाराज ने यहीं पर धूणी रमाकर तपस्या की थी । कहा जाता हैं कि बाबा नारायणदास महाराज द्वारा दी गई धूणी की भभूत से लोगों की परेशानियां दूर हो जाती थी ।
समय के साथ आसपास के ग्रामीणों की बाबा के प्रति आस्था बढ़ती गई, और उन्हीं की सद्प्रेरणा से ही धानेश्वर मे आज विभिन्न समाजों के लगभग 50 से अधिक मंदिर विद्यमान है | यहां तेजाजी, देवनारायण जी, बाबा रामदेव जी, चारभुजानाथ, राधा कृष्ण, राम दरबार, शिव मंदिर आदि बहुत से मंदिर विद्यमान है ।
इकतालीस सालों की तपस्या के बाद बाबा नारायणदास का संवत 2049 में स्वर्गवास हो गया था । बाबा नारायणदास की याद में ग्रामीणों ने वहीं पर नारायणधाम आश्रम का निर्माण करवाया था ।
DHANESHWAR DHAM CHHOTA PUSHKAR |
धानेश्वर तीर्थ में सभी समाजों के भव्य मंदिर व धर्मशालाओं का निर्माण करवाया गया है, यहां त्रिवेणी संगम पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है, वर्षाकाल में यहां की खूबसूरती हजारों गुना बढ़ जाती है ।
धानेश्वर धाम पर प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा को विशाल मेला लगता है, यह मेला इस क्षेत्र का सबसे विशाल मेला होता है, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं, इस मेले में जगह जगह से भजन मंडलियां आती है और नाच गाने का प्रदर्शन करती है ।
फुलियां कलां ग्रामपंचायत की ओर से मेले में लाइट पानी और अन्य सुविधाओं का इंतजाम किया जाता है ।
इसके अलावा प्रत्येक पूर्णिमा को भी यहां किसी मेले का सा माहौल रहता है, आसपास के गावों के श्रद्धालु यहां पूर्णिमा स्नान के लिए आते है ।
धानेश्वर तीर्थ फुलिया कलां में अभी 6 मई 2023 से 14 मई 2023 तक रुद्र महायज्ञ एवं रामकथा, तथा संत सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा ।
एकादश रुद्र महायज्ञ के आयोजन के लिए यहां चार मंजिला यज्ञ मंडप का निर्माण किया गया है । आयोजन स्थल नारायणधाम आश्रम की खूबसूरत साज सज्जा भी की गई है ।
आयोजन के प्रोग्राम के आधार पर 6 मई 2023 को भव्य कलशयात्रा निकाली जाएगी । वहीं कलश यात्रा गाजेबाजे एवं हाथी घोड़ों के रथों के साथ फूलिया कलां गांव से रवाना होकर आयोजन स्थल धानेश्वर धाम पहुंचेगी । जहां प्रायश्चित संकल्प, दशविधि स्नान, पंचांग पूजन , मंडप प्रवेश, एवम् देवस्थापनआचार्य विप्र पूजन होगा ।
7 मई को नित्यार्चन, देवपूजन, मंडपपूजन, कुंडपूजन, एवम् अग्निस्थापना के साथ रुद्र महायज्ञ प्रारंभ होगा । 6 मई 2023 से 14 मई 2023 तक रोजाना दोपहर 2 बजे से 6 बजे तक नौदिवसीय रामकथा का आयोजन होगा ।
14 मई 2023 को विशाल भंडारे का आयोजन होगा ।
यदि आप भी धानेश्वर तीर्थ स्थल की यात्रा करना चाहते हैं तो सड़क मार्ग से केकड़ी, शाहपुरा और बिजयनगर से लगभग 25 – 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । इन शहरों से ऑटो और टैक्सी आसानी से उपलब्ध हो जाते है ।
ट्रेन से यात्रा करने वालो के लिए बिजयनगर इस मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन है । जहां से टैक्सी या टेम्पो उपलब्ध है ।
तो चलिए वापसी करते हैं, जल्दी ही इसी तरह की किसी नई पोस्ट के साथ वापस लौटेंगे ।
धन्यवाद ।
DHANESHWAR TIRTH CHHOTA PUSHKAR |
No comments:
Post a Comment