मसूदा इतिहास और अन्य जानकारियां | MASUDA KA KILA | MASUDA FORT
MASUDA KA KILA
सूदा अजमेर जिले का एक छोटा सा शहर है ! मसूदा को वर्तमान में देवनारायण जी धाम देवमाली के रूप में विख्यात है, यहां से मात्र 10 किलोमीटर की दूरी पर श्यामगढ़ माताजी धाम विद्यमान है ।
मसूदा इतिहास और अन्य जानकारियां वीडियो लिंक
जबकि 15 किलोमीटर की दूरी पर ब्यावर शहर स्थित है, जो अब जिला बनने जा रहा है, जहां की गजक व धुलंडी के दिन निकाली जाने वाली बादशाह की सवारी, व वीर तेजाजी मेला देशभर में प्रसिद्ध है ।
मसूदा में 400 वर्ष प्राचीन डांगेश्वर महादेव मंदिर स्थित है, किसी जमाने में यहां डांग ( जानवरों को चराने का चारागाह ) हुआ करती थी, इसलिए इसका नाम डांगेश्वर महादेव मंदिर पड़ा, यहां प्रतिवर्ष शिवरात्रि पर भव्य मेला लगता है जिसमें दूर दराज के गांवों के शिव भक्त जुटते है ।
1919 में मसूदा के राव बिजयसिंह ने ही खारी नदी के तट पर बिजयनगर की स्थापना की ।
मसूदा का किला
मसूदा किले का निर्माण प्राकृतिक रूप से निर्मित टिले पर लगभग 1595 ईसवी में किया गया था, परंतु जल्दी ही किला खंडहर में बदल गया और लगभग 30 साल पश्चात नरसिंह मेरठिया द्वारा किले का जीर्णोद्धार करवाया गया, जो आज भी सीना ताने खड़ा है । मसूदा किला अपनी अद्भुद स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है ।
यहाँ से पांच किलोमीटर की दूरी पर देवरिया माता का भव्य मंदिर बना हुआ है, जहां प्रतिवर्ष नवरात्रि में विशाल मेला लगता है ।
मसूदा इतिहास और अन्य जानकारियां वीडियो लिंक
मसूदा के दक्षिणी दिशा में गोपाल सागर तालाब और उसकी पाल पर कुंड के इच्छापूर्ण बालाजी मंदिर स्थित है, पानी से लबालब भरा तालाब मसूदा शहर के सौंदर्य में चार चांद लगा देता है ।
मसूदा में अन्य आकर्षण के रूप में भादवा छठ को भरने वाला देवमाली मेला, देवरिया माता मेला, तेजाजी मेला, श्यामगढ़ माताजी मेला आदि प्रसिद्ध है ।
इसके अलावा यहाँ मुख्य मंदिर कुंड वाले बालाजी मंदिर, डांगेश्वर महादेव मंदिर, तेजाजी मंदिर, आदि प्रसिद्ध है ।
यहाँ की यात्रा करना चाहते हैं तो रेल यात्रिय बिजयनगर या बांदनवाड़ा रेलवे स्टेशन पर उतरकर आ सकते है, अजमेर से चित्तौड़गढ़ जाने वाली लगभग सभी यात्री गाड़ियों का ठहराव इन स्टेशनों पर है ।
बस यात्रियों के लिए मसूदा बस स्टैंड बनाया हुआ है जहां से देशभर के शहरों के लिए बस सेवा उपलब्ध है ।
यहाँ बोई जाने वाली फसलों में मुख्य फसलें है, कपास गेंहू, बाजरा, मक्का, ज्वार, मूंग, मोठ, चना, ग्वार, तिल, आदि
तो यह थी, मसूदा शहर के बारे में जानकारी ।
No comments:
Post a Comment